How to Avoid Loss and Earn Consistently – यहा पर हम देखेंगे की शेयर बाजार(share market) मे नुकसान से कैसे बच सकते है और कमाई कर सकते है।
शेयर बाजार(stock market) मे निवेश करने वाला कोई भी निवेशक ऐसा स्टॉक नहीं खरीदेगा जिसकी किंमत भविष्य मे किंमते कम हो जाए। सब मुनाफा कमाना चाहता है पर इसमे सब सफल नहीं हो पाते और काफी लोगो का नुकशान होता है। शेयर बाजार में निवेश करना कोई आसान काम नहीं है।
हम नुकसान को पूरी तरह से दूर नहीं कर सकते हैं लेकिन इसकी संभावना को कम करने के तरीके खोज सकते हैं। यह हम कुछ रणनीतियों पर नजर डालेंगे जिससे नुकशान कम कर सकते है और मुनाफा बढ़ा सकते है।
Stop Loss – स्टॉप-लॉस
स्टॉप-लॉस(Stop Loss) सेट करना नुकसान से बचने में मददगार हो सकता है। स्टॉप-लॉस सेट करने का मतलब होता है कि आप अपनी ट्रेड(trade) को एक निश्चित मूल्य से बंद कर देंगे। जब आप एक स्टॉप-लॉस लगाते हैं, तो आपकी ट्रेड को अपनी सीमा के बाहर जाने से रोका जाता है। यह नुकसान को कम कर सकता है, जो आपको अन्यथा हो सकता था।
Trend – ट्रेंड
ट्रेंड(Trend) के विपरीत जाने से शेयर बाजार(share bazar) में नुकसान हो सकता है। शेयर बाजार में ट्रेंड बहुत महत्वपूर्ण होता है। शेयरों की कीमत अपनी दिशा में चलती है और अगर आप ट्रेंड के विपरीत जाते हैं, तो आपके पास खतरा होता है कि आपका निवेश नुकसानदायक हो जाएगा।
ट्रेंड के विपरीत जाने की वजह कंपनी के नतीजों में बदलाव, अर्थिक संकट, और बाजार के वैश्विक संकट आदि हो सकते हैं।
Fundamental Analysis – फंडामेंटल एनालिसिस
फंडामेंटल एनालिसिस(Fundamental Analysis) एक निवेश के तरीकों में से एक है जो कंपनियों के मूल्यों की गुणवत्ता का मूल्यांकन करने के लिए किया जाता है। इस विश्लेषण में, निवेशकों को उन कंपनियों को खोजना होता है जो अच्छे मूल्य वृद्धि की संभावना रखती हैं।
फंडामेंटल एनालिसिस के माध्यम से, निवेशकों को कंपनियों के वित्तीय और अर्थव्यवस्था(finance and economy), उत्पादों या सेवाओं की गुणवत्ता, उद्योग की स्थिति, निवेशकों की समझ के अनुसार कंपनी के प्रबंधन के कौशल और कंपनी के मार्केटिंग योजनाओं जैसे कई तत्वों को जांचना होता है।
हमने Fundamental Analysis के बारे मे पूरा आर्टिकल लिखा है नीचे दी गई लिंक से आप पूरा आर्टिकल पढ़ सकते है 👇 Fundamental Analysis – फंडामेंटल विश्लेषण क्या है।
Technical Analysis – तकनीकी विश्लेषण
How to Avoid Loss and Earn Consistently मे ये बहोत ही महत्व का टॉपिक है ये आपको आना ही चाइए।
तकनीकी विश्लेषण(Technical Analysis) एक विशेष विधि है जो बाजार में विभिन्न निवेश विकल्पों के लिए ट्रेडिंग रणनीति के बनाने में मदद करती है। यह आपको बाजार के दौरान ताकतवर और अस्थिर स्थानों का पता लगाने में मदद कर सकता है।
इस तरह के विश्लेषण में, आप चार्ट(chart), इंडिकेटर(Indicator) और ग्राफ(graph) के माध्यम से बाजार के पिछले कार्यक्रमों का विश्लेषण करते हुए मौजूदा मूल्यों और वॉल्यूम के आधार पर बाजार के अनुमानित भविष्य को निर्धारित करते हैं।
हमने Technical Analysis के बारे मे पूरा आर्टिकल लिखा है नीचे दी गई लिंक से आप पूरा आर्टिकल पढ़ सकते है 👇
What is Technical Analysis | शेयर बाजार में टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है ?
Herd – झुंड का पीछा करना
शेयर बाजार(sher bazar – stock market) में झुंड(Herd) का पीछा करना एक वित्तीय निवेश का एक तरीका हो सकता है, लेकिन इससे पहले इसके बारे में ध्यान से सोचना चाहिए।
शेयर बाजार एक वित्तीय बाजार होता है जहां शेयर खरीदने और बेचने का खेल खेला जाता है। यह खेल बहुत समय, धैर्य, ज्ञान और संशोधन की आवश्यकता होती है। अगर आप इसमें निवेश करने का फैसला लेते हैं, तो आपको अधिकतम जानकारी और सलाह के साथ इसमें निवेश करना चाहिए।
झुंड का पीछा करने से पहले आपको उस शेयर के बारे में जानना आवश्यक होगा जिसके लिए आपको निवेश करने का फैसला लेना है। इसके लिए आपको उस शेयर की कंपनी के बारे में जानकारी, इतिहास, आर्थिक स्थिति, उत्पादों और सेवाओं के बारे में विस्तृत जानकारी होनी चाहिए। इसके अलावा, आपको बाजार की वर्तमान स्थिति, निवेश गुणवत्ता और अन्य संदर्भों के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए।
Impatient – अधीर होना
शेयर बाजार में अधीर होना(Impatient) एक जोखिम भरी निवेश रणनीति हो सकती है। अधीरता जल्दबाजी में निर्णय लेने और उचित शोध या विश्लेषण के बिना स्टॉक खरीदने या बेचने का कारण बन सकती है। इससे नुकसान हो सकता है या लाभ के अवसर चूक सकते हैं।
शेयर बाजार में सफल होने के लिए धैर्य और लंबी अवधि के निवेश के नजरिए का होना जरूरी है। जिन कंपनियों और उद्योगों में आप निवेश करने की योजना बना रहे हैं, उनके बारे में गहन शोध और विश्लेषण करना महत्वपूर्ण है। इसमें अन्य कारकों के अलावा वित्तीय विवरणों, विकास की संभावनाओं, बाजार के रुझान और प्रतिस्पर्धी परिदृश्य का विश्लेषण करना शामिल है।
Avoid Tips in Share Market – फ्री टिप्स और पेड टिप्स से बचें
शेयर बाजार(share bazaar) में निवेश करने से पहले एक निवेशक को चाहिए कि वह समझे कि वह क्या कर रहा है और उसे यह भी समझना चाहिए कि उसे किन बातों पर ध्यान देना चाहिए जो उसके निवेश निर्णय पर प्रभाव डाल सकती हैं। इसलिए, फ्री टिप्स और Paid टिप्स से बचना जरूरी होता है क्योंकि ये बातें आपके निवेश निर्णय पर अनुप्रयोगी साबित हो सकती हैं।
” फ्री टिप्स(Free Tips) और पेड टिप्स(Paid Tips) देने वाले व्यक्ति कभी आपके बारे में नहीं सोचते हैं, उनके लिए आपका नुकसान उनके बिक्री के लिए मुनाफा हो सकता है। “
इसलिए, निवेशकों को समझना चाहिए कि उन्हें फ्री टिप्स और पेड टिप्स से बचें से दूर रहना चाहिए और खुद के निवेश निर्णयों को अपनी खुद की तरह लेना चाहिए।
Borrowed Funds – उधार के पैसों से या इमरजेंसी फंड से कभी ट्रेडिंग नहीं करें
How to Avoid Loss and Earn Consistently मे ये आर्टिकल मे ये टोपिक महत्व का है क्युकी उधार के पैसे से ट्रेडिंग करोगे तो वित्तीय जोखिम बहोत बढ़ सकता है।
उधार के पैसों(Borrowed Funds) से या इमरजेंसी फंड से ट्रेडिंग करना बेहद खतरनाक हो सकता है। शेयर बाजार(share bajar) में निवेश करने से पहले आपको इमरजेंसी फंड बनाना चाहिए ताकि आप जरूरत पड़ने पर अपनी आर्थिक स्थिति को सुरक्षित रख सकें।
यदि आप अपने इमरजेंसी फंड का उपयोग ट्रेडिंग करने के लिए करते हैं, तो यह आपके इमरजेंसी से संबंधित आर्थिक सुरक्षा को खतरे में डाल सकता है।
इसके अलावा, उधार के पैसों से निवेश करने से आपको ब्याज के अतिरिक्त भुगतान करना होगा। यदि आपकी निवेश से होने वाली आमदनी अधिक नहीं होती है, तो इससे आपकी आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है और उपयोगी संसाधनों से वंचित हो सकते हैं।
इसलिए, शेयर बाजार में निवेश करने से पहले आपको अपने इमरजेंसी फंड को सुरक्षित रखना चाहिए और उधार लेने के बजाय अपनी जमा राशि का उपयोग करना चाहिए।
Portfolio Diversification – पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करें
पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे आप अपने निवेशों के जोखिम को कम कर सकते हैं।
Diversification Meaning :
डायवर्सिफिकेशन का मतलब है कि आप अपने पोर्टफोलियो में कई अलग-अलग निवेश करें, जिससे आपकी निवेश संभावना बढ़ जाती है कि आपका पोर्टफोलियो एक से ज्यादा सेक्टर और कंपनियों में निवेश करता हुआ बना होगा।
एक अच्छा तरीका अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करने का है अलग-अलग सेक्टरों में निवेश करना।
Diversified Portfolio Example :
उदाहरण के लिए, आप बैंकिंग(Bank), टेक्नोलॉजी(Technology), फार्मा(Pharma), इंफ्रास्ट्रक्चर(Infrastructure) और फाइनेंस(Finance) सेक्टर में निवेश कर सकते हैं। इसके अलावा, आप बड़ी कंपनियों के साथ छोटी कंपनियों में भी निवेश कर सकते हैं। इससे आपके पोर्टफोलियो में अलग-अलग निवेश करने से उत्पन्न होने वाली नुकसानों का प्रभाव एक ही सेक्टर पर नहीं पड़ेगा।
Avoid News – न्यूज़ या दुसरे बड़े निवेशकों को देखकर बिल्कुल भी इन्वेस्टमेंट ना करें
न्यूज़ या दूसरे बड़े निवेशकों के निवेश से पहले अपनी आर्थिक स्थिति का जायजा लेना बहुत महत्वपूर्ण है। अगर आप उनसे भी अधिक निवेश करने के लिए आवश्यक धनराशि नहीं रखते हैं या निवेश करने से पहले अपनी निवेश स्ट्रेटेजी तैयार नहीं करते हैं, तो निवेश से बचना होगा।
आपको अपने निवेश के लिए अपनी निजी तथा पेशेवर वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना चाहिए। यह आपको आपकी वित्तीय स्थिति और निवेश करने से पहले आपकी निवेश स्ट्रेटेजी के बारे में सही सलाह देगा।
अपने निवेश के लिए अपनी खुशी के लिए नहीं, बल्कि बुद्धिमानी से निवेश करना चाहिए। निवेश से जुड़े जोखिम और लाभ-हानि की जांच करना बहुत महत्वपूर्ण है। निवेश करने से पहले अपनी वित्तीय स्थिति का निरीक्षण करें और अपने निवेश के लक्ष्य को समझें।
Penny Stocks – पैनी स्टॉक से दूर रहे
पैनी स्टॉक(Penny stocks) एक ऐसी शेयर होती है जो बाजार में बहुत कम कीमत पर उपलब्ध होती है। ऐसी कंपनियों के शेयर जो बड़ी कंपनियों के शेयरों की तुलना में कम कीमत पर उपलब्ध होते हैं।
Penny stocks का मूल्य बहुत अधिक उतार-चढ़ावों के साथ बदलता है, जो कि बहुत ही अस्थिर होता है। इस वजह से, Penny stocks एक बहुत ज्यादा उचित निवेश विकल्प नहीं होती हैं।
यदि आप नए निवेशक हैं, तो आपको Penny stocks से दूर रहना चाहिए क्योंकि उनमें निवेश करने का रिस्क बहुत अधिक होता है। इन शेयरों का मूल्य बड़ी कंपनियों के शेयरों की तुलना में बहुत ही कम होता है जो निवेशकों के लिए असुरक्षित होता है।
अधिकतर Penny Stocks के पीछे आकर्षक चैट रूम, ईमेल अलर्ट या अन्य प्रचार युक्तियां होती हैं जो बाजार में उनके मूल्य में वृद्धि लाने के लिए उपयोग की जाती हैं। इसलिए निवेश से पहले कंपनी के असली फंडामेंटल की जांच करना बहुत जरूरी होता है।
Volume – कम वॉल्यूम स्टॉक से दूर रहे
कम वॉल्यूम स्टॉक ऐसे शेयर होते हैं जो बाजार में कम संख्या में व्याप्त होते हैं और उनके वॉल्यूम बहुत कम होते हैं। इसका मतलब है कि इन शेयरों के खरीद और बेचने की संभावना भी बहुत कम होती है। इसलिए, इन स्टॉक्स में निवेश करना बहुत ही जोखिमपूर्ण होता है।
कम वॉल्यूम स्टॉकों में लिक्विडिटी(Liquidity) की कमी होती है, जिसके कारण उनमें बड़ी संख्या में खरीददारों या बेचने वालों की भीड़ नहीं होती है। इसलिए इन स्टॉकों को बेचने या खरीदने में समय लग सकता है और इससे नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। इन स्टॉकों में बढ़ती मुश्किलें होती हैं जब आप उन्हें बेचने की कोशिश करते हैं, इसलिए इनमें निवेश करना सावधानीपूर्वक किया जाना चाहिए।
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