डिविडेंड(Dividend) का हिंदी में अर्थ है लाभांश। यह एक ऐसी राशि है जो कंपनी द्वारा अपने शेयरधारकों को उनके द्वारा किए गए निवेश पर प्रतिफल के रूप में दी जाती है। लाभांश कंपनी के मुनाफे का वह हिस्सा होता है जिसे कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स द्वारा शेयरधारकों को वितरित करने का निर्णय लिया जाता है।
लाभांश का भुगतान नकद, शेयरों या अन्य संपत्तियों के रूप में किया जा सकता है। लाभांश का भुगतान आमतौर पर तिमाही, अर्ध-वार्षिक या वार्षिक आधार पर किया जाता है।
लाभांश निवेशकों के लिए एक आकर्षक निवेश विकल्प हो सकता है क्योंकि यह उन्हें अपनी आय बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा, लाभांश कंपनियों की वित्तीय स्थिति और उनकी विकास क्षमता के बारे में भी जानकारी प्रदान करता है।
लाभांश स्टॉक निवेशकों को दो तरह से लाभ पहुंचा सकते हैं:
- आय का स्रोत: लाभांश स्टॉक निवेशकों को नियमित आय प्रदान कर सकते हैं। यह विशेष रूप से उन निवेशकों के लिए फायदेमंद है जो अपनी सेवानिवृत्ति के लिए बचत कर रहे हैं या जो अपनी वर्तमान आय को पूरक करना चाहते हैं।
- पूंजी वृद्धि: लाभांश स्टॉक की कीमतें भी समय के साथ बढ़ सकती हैं। यह निवेशकों को पूंजी वृद्धि के माध्यम से भी लाभ प्राप्त करने में मदद कर सकता है।
हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि लाभांश का भुगतान कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के विवेक पर निर्भर करता है। यदि कंपनी को घाटा होता है या उसके पास वित्तीय संकट है, तो वह लाभांश का भुगतान नहीं करने का निर्णय ले सकती है।
इसके अलावा, लाभांश आय पर कर देय होता है। लाभांश आय पर कर की दर निवेशक की कर स्लैब के अनुसार निर्धारित की जाती है।
यदि आप लाभांश स्टॉक में निवेश करने पर विचार कर रहे हैं, तो यह सलाह दी जाती है कि आप किसी वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें। एक वित्तीय सलाहकार आपको आपके निवेश लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता के आधार पर उपयुक्त लाभांश स्टॉक चुनने में मदद कर सकता है।
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Dividend example
मान लीजिए कि आपके पास किसी कंपनी के 100 शेयर हैं और उस कंपनी ने प्रति शेयर ₹1 का लाभांश देने का निर्णय लिया है। इस स्थिति में, आपको ₹100 का लाभांश(Dividend) प्राप्त होगा।
लाभांश का भुगतान तिमाही, अर्ध-वार्षिक या वार्षिक आधार पर किया जा सकता है। यदि कंपनी तिमाही आधार पर लाभांश का भुगतान करती है, तो आपको हर तिमाही में ₹25 का लाभांश प्राप्त होगा।
लाभांश एक निवेशक के लिए अपनी आय बढ़ाने का एक अच्छा तरीका है। इसके अलावा, लाभांश कंपनी की वित्तीय स्थिति और उसकी विकास क्षमता के बारे में भी जानकारी प्रदान करता है।
Here is another dividend example:
मान लीजिए कि आपने किसी कंपनी के 100 शेयर ₹100 प्रति शेयर की दर से खरीदे हैं। इस प्रकार, आपने कंपनी में ₹10,000 का निवेश किया है।
यदि कंपनी प्रति शेयर ₹1 का लाभांश देती है, तो आपको ₹100 का लाभांश प्राप्त होगा। यह आपके निवेश पर 1% की वापसी है।
यदि कंपनी अपनी लाभांश दर को 5% तक बढ़ा देती है, तो आपको ₹500 का लाभांश प्राप्त होगा। यह आपके निवेश पर 5% की वापसी है।
इस प्रकार, लाभांश निवेशकों को अपनी आय बढ़ाने में मदद कर सकते हैं, खासकर अगर कंपनी अपनी लाभांश दर को बढ़ाती है।
Dividend Yield in hindi
डिविडेंड यील्ड (Dividend Yield) किसी शेयर में निवेश करने पर निवेशकों को प्राप्त होने वाले लाभांश की राशि का अनुमान लगाने का एक तरीका है। यह किसी कंपनी के शेयर की कीमत और उसके द्वारा प्रति शेयर भुगतान किए जाने वाले लाभांश की राशि का अनुपात होता है।
डिविडेंड यील्ड की गणना निम्न प्रकार से की जाती है:
डिविडेंड यील्ड = कंपनी द्वारा प्रति शेयर दिए जाने वाले लाभांश / शेयर की कीमत
उदाहरण के लिए, यदि किसी कंपनी के शेयर की कीमत ₹100 है और वह प्रति शेयर ₹1 का लाभांश देती है, तो उस कंपनी का डिविडेंड यील्ड 1% होगा।
डिविडेंड यील्ड(Dividend Yield) जितनी अधिक होगी, निवेशकों को अपने निवेश पर उतनी ही अधिक आय प्राप्त होगी। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि डिविडेंड यील्ड कंपनी की वित्तीय स्थिति और उसके भविष्य के विकास की संभावना के आधार पर बदल सकती है।
कुछ कंपनियां अपने लाभ का एक बड़ा हिस्सा लाभांश के रूप में भुगतान करती हैं, जबकि अन्य कंपनियां अपने मुनाफे को फिर से निवेश कर अपने भविष्य के विकास को बढ़ावा देती हैं।
डिविडेंड यील्ड निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है, लेकिन यह एकमात्र कारक नहीं होना चाहिए जिसके आधार पर वे किसी शेयर में निवेश का निर्णय लेते हैं। निवेशकों को कंपनी की वित्तीय स्थिति, उसके भविष्य के विकास की संभावना और उसके प्रबंधन की गुणवत्ता पर भी विचार करना चाहिए।
यदि आप डिविडेंड यील्ड(Dividend Yield) में रुचि रखते हैं, तो आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि डिविडेंड यील्ड पर कर देय होता है। लाभांश आय पर कर की दर निवेशक की कर स्लैब के अनुसार निर्धारित की जाती है।
Best dividend stocks for 2023
- ITC
ITC एक विविध समूह है जिसके व्यवसाय फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG), होटल, पेपरबोर्ड और पैकेजिंग, एग्री बिजनेस और सूचना प्रौद्योगिकी में फैले हुए हैं। यह भारत की अग्रणी निजी क्षेत्र की कंपनियों में से एक है, जिसका सकल राजस्व ₹69,481 करोड़ और शुद्ध लाभ ₹18,753.31 करोड़ (31.03.2023 तक) है।
हाल के वर्षों में आईटीसी का वित्तीय प्रदर्शन मजबूत रहा है। वित्तीय वर्ष (FY) 2022-23 में, कंपनी ने ₹69,481 करोड़ का सकल राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष से 5.8% अधिक है। शुद्ध लाभ ₹18,753.31 करोड़ था, जो पिछले वर्ष से 14% अधिक है।
- Hindustan Unilever
हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) एक बहुराष्ट्रीय उपभोक्ता वस्तु कंपनी है जिसका मुख्यालय मुंबई, भारत में है। यह यूनिलीवर की सहायक कंपनी है, जो लंदन, यूनाइटेड किंगडम में स्थित एक ब्रिटिश-डच बहुराष्ट्रीय उपभोक्ता वस्तु कंपनी है।
एचयूएल भारत में सबसे बड़ी उपभोक्ता वस्तु कंपनी है और इसकी बाजार पूंजीकरण के मामले में देश की सबसे मूल्यवान कंपनियों में से एक है। कंपनी के पास भारत में उपभोक्ता वस्तुओं की एक विस्तृत श्रृंखला है, जिसमें व्यक्तिगत देखभाल उत्पाद, घरेलू देखभाल उत्पाद, खाद्य और पेय पदार्थ और पानी शामिल हैं।
एचयूएल का वित्तीय प्रदर्शन हाल के वर्षों में मजबूत रहा है। वित्तीय वर्ष (FY) 2022-23 में, कंपनी ने ₹53,100 करोड़ का सकल राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष से 14% अधिक है। शुद्ध लाभ ₹14,126 करोड़ था, जो पिछले वर्ष से 20% अधिक है।
- HDFC Bank
एचडीएफसी बैंक भारत का सबसे बड़ा निजी क्षेत्र का बैंक है और संपत्ति के हिसाब से देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक है। एचडीएफसी बैंक का वित्तीय प्रदर्शन हाल के वर्षों में मजबूत रहा है। वित्तीय वर्ष (FY) 2022-23 में, कंपनी ने ₹1,53,962 करोड़ का सकल राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष से 16% अधिक है। शुद्ध लाभ ₹38,775 करोड़ था, जो पिछले वर्ष से 23% अधिक है।
- Infosys
इन्फोसिस भारत की दूसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी (IT) कंपनी है। इसका मुख्यालय बेंगलुरु, भारत में है। Infosys भारत में और दुनिया भर में 250,000 से अधिक कर्मचारियों को नियुक्त करता है।
इन्फोसिस का वित्तीय प्रदर्शन हाल के वर्षों में मजबूत रहा है। वित्तीय वर्ष (FY) 2022-23 में, कंपनी ने ₹1,31,096 करोड़ का राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष से 24% अधिक है। शुद्ध लाभ ₹5,692 करोड़ था, जो पिछले वर्ष से 22% अधिक है।
- TCS
टीसीएस भारत की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनी है और दुनिया की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनियों में से एक है। इसका मुख्यालय मुंबई, भारत में है। टीसीएस दुनिया भर में 500,000 से अधिक कर्मचारियों को नियुक्त करता है।
टीसीएस का वित्तीय प्रदर्शन हाल के वर्षों में मजबूत रहा है। वित्तीय वर्ष (FY) 2022-23 में, कंपनी ने ₹1,91,662 करोड़ का राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष से 17% अधिक है। शुद्ध लाभ ₹35,087 करोड़ था, जो पिछले वर्ष से 16% अधिक है।
- Reliance Industries
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) भारत की सबसे बड़ी निजी क्षेत्र की कंपनी है और मार्केट कैपिटलाइजेशन के मामले में देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है। RIL का मुख्यालय मुंबई, भारत में है। RIL भारत में एक विविध समूह है जिसके व्यवसाय ऊर्जा, पेट्रोकेमिकल्स, प्राकृतिक गैस, खुदरा, दूरसंचार, मीडिया और मनोरंजन, और टेक्सटाइल में फैले हुए हैं।
RIL का वित्तीय प्रदर्शन हाल के वर्षों में मजबूत रहा है। वित्तीय वर्ष (FY) 2022-23 में, कंपनी ने ₹2,01,675 करोड़ का राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष से 28% अधिक है। शुद्ध लाभ ₹75,056 करोड़ था, जो पिछले वर्ष से 25% अधिक है।
- Kotak Mahindra Bank
कोटक महिंद्रा बैंक भारत का एक प्रमुख निजी क्षेत्र का बैंक है। इसका मुख्यालय मुंबई, भारत में है। कोटक महिंद्रा बैंक की भारत में 1,369 शाखाएं और 2,163 एटीएम हैं (31 मार्च 2023 तक)।
कोटक महिंद्रा बैंक का वित्तीय प्रदर्शन हाल के वर्षों में मजबूत रहा है। वित्तीय वर्ष (FY) 2022-23 में, कंपनी ने ₹37,377 करोड़ का सकल राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष से 20% अधिक है। शुद्ध लाभ ₹12,244 करोड़ था, जो पिछले वर्ष से 30% अधिक है।
- Bajaj Finance
बजाज फाइनेंस भारत की एक प्रमुख गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) है। इसका मुख्यालय पुणे, भारत में है। Bajaj Finance भारत में सबसे बड़े उपभोक्ता वित्त कंपनियों में से एक है और इसकी बाजार पूंजीकरण के मामले में देश की सबसे मूल्यवान कंपनियों में से एक है।
बजाज फाइनेंस का वित्तीय प्रदर्शन हाल के वर्षों में मजबूत रहा है। वित्तीय वर्ष (FY) 2022-23 में, कंपनी ने ₹25,776 करोड़ का सकल राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष से 25% अधिक है। शुद्ध लाभ ₹7,211 करोड़ था, जो पिछले वर्ष से 30% अधिक है।
- HDFC Life Insurance
एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस भारत की सबसे बड़ी निजी जीवन बीमा कंपनी है। इसका मुख्यालय मुंबई, भारत में है। कंपनी के पास पूरे भारत में 1,700 से अधिक शाखाएं और 40,000 से अधिक बिक्री अधिकारी हैं।
एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस का वित्तीय प्रदर्शन हाल के वर्षों में मजबूत रहा है। वित्तीय वर्ष (FY) 2022-23 में, कंपनी ने ₹54,546 करोड़ का सकल प्रीमियम आय दर्ज किया, जो पिछले वर्ष से 18% अधिक है। शुद्ध लाभ ₹11,477 करोड़ था, जो पिछले वर्ष से 25% अधिक है।
- ICICI Bank
आईसीआईसीआई बैंक भारत का तीसरा सबसे बड़ा बैंक है और संपत्ति के हिसाब से देश का सबसे बड़ा निजी क्षेत्र का बैंक है। बैंक का मुख्यालय मुंबई, भारत में है। आईसीआईसीआई बैंक भारत में और दुनिया भर में 1,30,000 से अधिक कर्मचारियों को नियुक्त करता है।
आईसीआईसीआई बैंक का वित्तीय प्रदर्शन हाल के वर्षों में मजबूत रहा है। वित्तीय वर्ष (FY) 2022-23 में, कंपनी ने ₹1,49,190 करोड़ का राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष से 18% अधिक है। शुद्ध लाभ ₹35,106 करोड़ था, जो पिछले वर्ष से 24% अधिक है।
- SBI Cards
एसबीआई कार्ड्स भारत की सबसे बड़ी क्रेडिट कार्ड कंपनियों में से एक है। इसका मुख्यालय मुंबई, भारत में है। एसबीआई कार्ड्स एसबीआई कार्ड्स एंड पेमेंट सर्विसेज लिमिटेड की एक सहायक कंपनी है, जो भारत का एक प्रमुख बैंक है।
एसबीआई कार्ड्स का वित्तीय प्रदर्शन हाल के वर्षों में मजबूत रहा है। वित्तीय वर्ष (FY) 2022-23 में, कंपनी ने ₹14,415.64 करोड़ का राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष से 26.3% अधिक है। शुद्ध लाभ ₹5,360.49 करोड़ था, जो पिछले वर्ष से 40.2% अधिक है।
आपने अपने इस लेख में डिविडेंट देने वाले शेयर के बारे में बहुत अच्छे से बताया है आपका बहुत बहुत धन्यवाद