स्टॉक मार्किट में कंपनी का दो तरीके से एनालिसिस किया जाता है। एक होता है टेक्निकल विश्लेषण(Technical Analysis) और दूसरा फंडामेंटल विश्लेषण(Fundamental Analysis)।
फंडामेंटल एनालिसिस क्या होता है : What is Fundamental Analysis
एक साल से अधिक समय के लिए जब किसी शेयर(Share) में निवेश(Invest) किया जाता है तो उसे इन्वेस्टिंग कहते है और इन्वेस्टिंग के लिए Share ढूंढ़ने की प्रक्रिया को ही Fundamental Analysis कहते है।
फंडामेंटल एनालिसिस में कंपनी का बहुत की बारीकी से विश्लेषण किया जाता है।
जैसे की कंपनी का बिज़नेस कैसा है, कंपनी क्या उत्पाद(Product) बनाती है, मार्किट में प्रोडक्ट की डिमांड कितनी है, Company Profit में है या Loss में, Company पर क़र्ज़(Debt) कितना है।फंडामेंटल एनालिसिस में यह देखा जाता है की जिस कंपनी का Share हम खरीद रहे है। वह आर्थिक रूप से कितनी मजबूत है क्या लम्बे समय में वह कंपनी एक अच्छा लाभ(Profit) कमा कर दे सकती है या नहीं।
फंडामेंटल एनालिसिस करने का उदेश्य वर्तमान मैं किसी Share को डिस्काउंट कीमत(Discount Price) में खरीद कर भविष्य में प्रीमियम कीमत(Premium Price) पर बेचना होता है। फंडामेंटल एनालिसिस में कंपनी के बिज़नेस और वित्तीय विवरण(Financial Statement) का एनालिसिस किया जाता है। क्योंकि कंपनी के बिज़नेस प्रदर्शन से ही शेयर की कीमत निर्धारित होती है।
कंपनी का बिज़नेस बढ़ेगा तो कंपनी का प्रॉफिट भी बढ़ेगा जिससे शेयर प्राइस भी बढ़ेगी और लम्बे समय में शेयर प्राइस कंपनी की लाभ वृद्धि(Profit Growth) को ही पालन करती(Follow) है।
फंडामेंटल एनालिसिस को 2 भागों में बांटा जाता है : Fundamental Analysis is Divided Into 2 Parts
1. Qualitative Analysis( गुणात्मक विश्लेषण ) : Qualitative Analysis में कंपनी क्या व्यापार कर रही है, प्रोडक्ट और सर्विस, मैनेजमेंट एनालिसिस, बिज़नेस मॉडल इन सभी का एनालिसिस किया जाता है।
2. Quantitative Analysis( मात्रात्मक विश्लेषण ) : Quantitative Analysis में कंपनी के वित्तीय(Financial) हालत को दिखाने वाले नंबर्स का एनालिसिस किया जाता है।
जैसे: फाइनेंसियल स्टेटमेंट ( तुलन पत्र(Balance Sheet), लाभ और हानि वक्तव्य(Profit & Loss Statement), नकदी प्रवाह विवरण(Cash Flow Statement) ), विभिन्न तरह के अनुपात(Ratio), विक्रय वृद्धि(Sales Growth), लाभ वृद्धि(Profit Growth) का एनालिसिस किया जाता है।
फंडामेंटल एनालिसिस से पहले हमें इसके कुछ प्राथमिकता (Basics) को समझना भी जरुरी है।
ध्यान देने वाली बात ये है कि फंडामेंटल एनालिसिस पूरी तरह किसी कंपनी और उसके बिज़नस से जुड़े अलग अलग बातो के बारे अध्ययन करना होता है।
ऐसे में सबसे पहले हमें एक व्यापार(Business) और उसके शुरुआत से लेकर स्टॉक मार्केट(Stock Market, Share market ) में लिस्ट होने से पहले कौन कौनसे स्टेज से गुजरती है। इसके बारे में अध्ययन करना जरुरी है।
आइये सबसे पहले इन दोनों बेसिक बातो को समझते है कि कैसे एक बिज़नस शुरू होता है, और किस तरह वो आगे बढ़ते बढ़ते स्टॉक मार्केट में लिस्ट(List) होता है।
- बिजनेस फंडिंग के अलग अलग सोर्स (Different Sources of Business Funding) :
- आईपीओ पब्लिक ऑफरिंग क्या है (What is IPO Public Offering) :
- आईपीओ प्रोसेस की पूरी जानकारी (Full Details of IPO process) :
- टर्नओवर क्या होता है (What is Turnover) :
- कैश फ्लो क्या होता है (What is Cash Flow) :
- नेट वर्थ क्या होता है (What is Net Worth) :
- सीएआरजी(CARG) क्या होता है (What is CARG) :
- बैलेंस शीट (Balance Sheet) :
- पी&एल अकाउंट (P&L Account) :
- वार्षिक रिपोर्ट (Annual Report) :
- वित्तीय अनुपात (Financial Ratio) :
- पी ई रेश्यो (PE Ratio) :
- प्रति शेअर आय (EPS) :
- बही मूल्य (Book Value) :
- लाभ और बिक्री वृद्धि (Profit and Sales Growth) :